झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष डटे हुये हैं। चौकीदारों का शनिवार को भी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन जारी हैं। दरअसल झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत की बैनर तले आंदोलन किया जा रहा हैं। जिसका नेतृत्व अध्यक्ष कृष्ण दयाल सिंह कर रहे। वहीं, आमरण अनशन पर अध्य्क्ष कृष्ण दयाल सिंह ,बालेश्वर महतो, परमेश्वर पासवान, प्रीतम कुमार पसवान, सत्य नारायण सरकार, निमाईचंद रजवार समेत अन्य बैठे हुये हैं ।
झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत के अध्यक्ष कृष्ण दयाल सिंह ने कहा कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत चौकीदारों की मांगों को लेकर हमारा आंदोलन जारी हैं। अपनी मांगों को लिए बिना यहां से उठने वाले नहीं हैं। परमेश्वर पासवान (सत्याग्रह) की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसको कोई देखने वाला नहीं। उन्होने ने कहा कि विमुक्त चौकीदार, एवजी चौकीदार और अनुकंपा के आधार पर रिक्त बीटों पर झारखंड के सभी जिलों में विज्ञापन प्रकाशित कर नियुक्ति प्रक्रिया को अब भी किया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि आंदोलन करने का मुख्य कारण नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाने को लेकर हैं। झारखंड हाई कोर्ट ने तो, चौकीदारों के रिक्त बीटों पर निकाले गये विज्ञापन को लेकर नियुक्ति प्रक्रिया पर सरायकेला खरसावां और गिरिडीह जिला में रोक लगा दी हैं। हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद सेवा विमुक्त चौकीदार, एवजी चौकीदार और अनुकंपा के आधार पर रिक्त पदों पर जिन- जिन जिलों में विज्ञापन निकाला गया है, उसको तत्काल रद्द की मांग ही तो कर रहे हैं। लेकिन हमारी मांगों को अनसुना किया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड चौकीदार संवर्ग नियमावली 2015 की कंडिका 2( 9) के आलोक में एक सौ से एक सौ बीस आवासीय घरों पर बिना नये बीट सृजित किये विज्ञापन निकालना इस नियमली का उलंघन हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह करते हुये कहा कि सेवा विमुक्त चौकीदारों को सेवा में पुनः योगदान और एवजी चौकीदारों को पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार नियुक्ति करने को लेकर भारतीय संविधान के अनुच्छेद16( 4) की भावना के आलोक में तत्काल अध्यादेश जारी करें ।
दफादार चौकीदार पंचायत की मुख्य मांगो में सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान के लिए उपायुक्तों को आदेश देने, सेवा विमुक्त, एवजी और अनुकंपा के आधार पर रिक्त पदों पर निकाले गये विज्ञापन रद्द, एक जनवरी,1990 के पूर्व और बाद में सेवा निवृत चौकीदार दफादारो के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के तहत करने, रामगढ़ जिला में चौकीदारों के रिक्त पदों पर की गयी अवैध नियुक्ति तत्काल रद्द करने, सेवा विमुक्त और एवजी चौकीदारों की नियुक्ति करने के लिए अध्यादेश जारी करने, 31 दिसंबर , 1989 को सेवा निवृत चौकीदार दफादरों के आश्रितों की नियुक्ति झारखंड कैबिनेट द्वारा पारित संकल्प के आलोक में करने, अनुकंपा के आधार पर आश्रितों में पोता व नाती को जोड़ने और पुलिस की तरह ही चौकीदार दफादारों को भी 13 माह का वेतन देने समेत अन्य शामिल हैं।
अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन में तौहीद आलम, अशोक राय, लक्ष्मण पासवान, रुपन पासवान, महादेव पासवान, ओमप्रकाश राय, अनिल कुजूर, मिहिर मॉल, फटीक, वासुदेव पासवान, आकाश कुमार, प्रवीण कुमार, पप्पू कुमार राय, अनुज कुमार राय,कृष्णा यादव, पप्पू पासवान, गुड्डू पासवान, सबिता देवी, कमलेश पासवान, रघुनाथ राम, दिलीप उरांव, गोपाल पासवान, राज कुमार उरांव, नंद किशोर राम समेत अन्य उपस्थित थे।