झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश के देहांत पर शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कैंसर की बीमारी से रवि प्रकाश पीड़ित थे। उनकी देहांत की सूचना से काफी दुखी हूँ। झारखंड से पत्रकारिता को नये आयाम देने के साथ कैंसर से ग्रसित मरीज को जीवटता से जीने के लिए रवि प्रकाश ने प्रेरित किया हैं। जिसके लिए उन्हें सदैव याद किया जायेगा। मैं प्रार्थना करता हूँ कि इस दुख की घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को संबल और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। वहीं, बीबीसी के सहयोगी पत्रकार रवि प्रकाश के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी दुख जताया। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुये कहा कि जिंदादिल इंसान हमेशा अमर रहते हैं। आप बहुत याद आएंगे रवि भाई..
बता दें कि साल 2021 की शुरुआत में रवि प्रकाश को यह पता चला था कि उन्हें लंग कैंसर हैं। और वे कैंसर के चौथे स्टेज पर हैं। जिसके बाद मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट में रवि प्रकाश ने अपना लंबे समय तक इलाज करवाया।
लंबे समय से बीबीसी के सहयोगी पत्रकार रवि प्रकाश कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। जहां पत्रकार रवि प्रकाश का शुक्रवार (20 सितंबर) को मुंबई में निधन हो गया हैं। अमेरिका में उन्हें इसी महीने की शुरुआत में वर्ल्ड कैंसर कॉन्फ्रेंस में पेशेंट एडवोकेसी एडुकेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। रवि प्रकाश लंग कैंसर से लड़ते हुये आज जिंदगी की जंग को हार गये।
कैंसर से अपनी लड़ाई के बारे में रवि प्रकाश सोशल मीडिया पर लगातार लिख रहे थे। साथ ही ईलाज के दौरान अपने अनुभव को भी साझा किया हैं। अपने सोशल मीडिया एकाउंट से उन्होंने आखिरी पोस्ट 18 सितंबर को किया था।
जिसमें उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुये लिखा कि कैंसर की राह थोड़ी कठिन होती जा रही है। रात कष्टप्रद थी.. सुबह क्रूर थी.. डॉक्टर परिस्थितियों को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑक्सीजन सपोर्ट से थोड़ी राहत मिली है। आगे देखते हैं….