संतोष चौरसिया..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जमशेदपुर दौरे के बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं में नयी ऊर्जा का संचार हुआ हैं। एक तरह से पीएम दौरे के बाद चुनावी प्रचार प्रसार में कार्यकर्ता जुट गये हैं। बीजेपी जहां एक ओर राज्य सरकार की खामियों को गिनाने में लगी हुई है तो इसके इतर झारखंड में मोदी की योजनाओं के बखान करने में भी कोई कोर करस नहीं छोड़ रही।
जहां एक ओर जब देश में भाजपा कार्यकर्ता पीएम मोदी के जन्मदिन पर तरह-तरह के कार्यक्रम कर रही हैं तो वहीं, दूसरी ओर प्रदेश भाजपा (झारखंड) पीएम मोदी को “झारखंडी जोहार” करते हुये सामाजिक, आदिवासी कल्याण, महिला सशक्तिकरण, युवा वर्ग के लिए योजनाओं के साथ-साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में हुये कार्यों की लिस्ट पर्ची में छपवा कर बंटवा रही हैं।
दरअसल पर्ची बांटने का यह पुराना तरीका लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह इस मायने में भी खास है जब 21 वीं सदी में लगभग अधिकांश लोगों के पास स्मार्ट फोन है। जहां पर एक क्लिक करने से हजारों लोगों तक एक साथ मैसेज की पहुंच हैं। इसके बावजूद भाजपा ने पर्चा बांटने वाले पूरे पद्धती को भी अपनाने से गुरेज नहीं किया हैं।
प्रदेशभर के सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख चौक चौराहों पर वोटरों के बीच एक ही समय में खड़े होकर पर्ची बांटा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार चुनावी रणनीति को लेकर आईटी और मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स भाजपा के लिए प्रभावशाली कैंपेन बनाने में जुटे हुये हैं। अभी से ही विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कम समय में अधिक से अधिक आम लोगों तक पहुंच बनाने की कवायद की जा रही हैं। निश्चित रूप से यह अभियान एक बड़े वोटर समूह को साधने की कोशिश हैं। इसके साथ ही प्रदेश भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं को हाईलाइट करते हुये मतदाताओं के बीच भाजपा के प्रति एक सकारात्मक वातावरण के निर्माण में जुटी हुई हैं।
इससे पहले भी मिला क्या का पर्ची और पोस्टर बांटे..
इसके पूर्व पर्ची और पोस्टरों के माध्यम से “मिला क्या” शीर्षक के साथ भी लोगों से यह सवाल पूछा गया था। भाजपा लगातार अखबारों में विज्ञापन और अपने मंचों से पिछले 5 सालों में हेमंत सोरेन सरकार से “मिला क्या” के सवाल को उठा रही हैं। आज के इस कैंपेन को केंद्र सरकार या मोदी सरकार से झारखंड को क्या मिला के जवाब के रूप में देखा जा सकता हैं। दरअसल झारखंड में किसी भी समय चुनाव का ऐलान किया जा सकता है। जिसके मद्देनजर भाजपा अधिक से अधिक वोटरों को केंद्र सरकार के कार्यों को दिखाकर यह संदेश देना चाहती है कि डबल इंजन की सरकार होने से झारखंड को और अधिक कल्याणकारी योजनाएओं की सौगात मिलेगी। और झारखंड में भाजपा के बदौलत ही विकास की रफ्तार को बढ़ाया जा सकता हैं।