आप लोग सबको मालूम है कि झारखंड सरकार में आज भी चंपई सोरेन मंत्री हैं। उन्होंने बीजेपी ज्वाइन करने का निर्णय लिया है। 30 तारीख जॉइन होगा। जब तक वह जॉइन नहीं लेते हैं तबतक वह झारखंड सरकार में एक मान्य मंत्री हैं। और साथ में सब जानते हैं कि वह एक फॉर्मल चीफ मिनिस्टर हैं।
आज से एक सप्ताह पहले चंपई सोरेन दिल्ली गये। और उन्होंने दिल्ली में तीन दिन बिताया था.. फिर दोबारा वो 26 अगस्त को कोलकाता होते हुये दिल्ली गये थे। जब दोनों बार में दिल्ली आए थे। तो दोनों बार वो ताज होटल में रुके थे। इस दौरान दोनों बार स्पेशल ब्रांच झारखंड पुलिस ने उनको फॉलो किया था। एक मंत्री पर एक मंत्री का मूवमेंट ट्रैक करने के लिए स्पेशल ब्रांच टीम को लगा दिया जाता हैं। यह कितना शर्मनाक है।
जब दोनों फोटो खींच रहे थे, तो शक होने पर चंपई सोरेन के साथी ने कल शाम (27 अगस्त) को दोनों को पकड़ा लिया। जिसके बात इन दोनों को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया। साथ ही चंपई सोरेन ने इन दोनो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया हैं।दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि दो व्यक्ति हैं, जो हमारा फोटो ले रहे हैं। कोलकाता से हमारे साथ फ्लाइट में आये। दिल्ली में जिस होटल में मैं रुका हूं उसी होटल के बगल में इन्होंने कमरा लिया हैं। हमको इन लोगों पर संदेह हो रहा है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। इस दौरान पहले दोनों ने बताया कि वे जर्नलिस्ट हैं।
इसके बाद पता चला कि वे स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर है। उन्होंने बताया कि बहुत दिन से हमें चंपई सोरेन को ट्रैक करने की जिम्मेवारी दी गयी थी। वह यानी चंपई सोरेन जब भी दिल्ली आते हैं, तब हम भी आते हैं। और झारखंड में वे जहां भी मूवमेंट करते हैं, हम भी उनको फॉलो करते हैं।
फिर यह पूछा गया कि आप लोगों को यह जिम्मेवारी किसने दी हैं। उसने नाम बताया कि स्पेशल ब्रांच के एडीजीपी आईजी प्रभात कुमार ने इन दोनों लोगों पर जिम्मेवारी लगायी थी। इन दोनों व्यक्ति का नाम मैं लेना नहीं चाहूंगा.. दोनों का नाम और फोटो भी है मेरे पास..लेकिन शायद वह लोग बाकी काम भी करते हैं, उनको एक्सपोज कर देना मेरे लिए सही नहीं हैं। दे माइट बी इंवॉल्वड इन नक्सल ऑपरेशन ओर मेनी अदर ऑपरेशन.. इसलिए उनका मैं नाम और ना ही चेहरा बताऊंगा। लेकिन नाम भी मेरे पास है चेहरा भी मेरे पास हैं। इसलिए कि उन दोनों को होटल से पकड़ा था।
स्वाधीन भारत में यह कभी नहीं हुआ है कि एक चीफ मिनिस्टर अपने कैबिनेट कलीग के ऊपर ही स्पेशल ब्रांच को लगा देता हैं.. कहां जाते हैं, कैसे जाते हैं, ट्रैक करो, एक साथ ट्रैवल करो, होटल में साथ में ही रहो, जो भी मिलने आता है उनका फोटो भेजो.. तो यह एक बहुत बड़ा इशू हैं, प्राइवेसी को पूरा खत्म कर देना।
आज भी यह दोनों दिल्ली पुलिस के कस्टडी में हैं। आगे जाकर दिल्ली पुलिस क्या करेगा या नहीं करेगा यह दिल्ली पुलिस ही जानती हैं। इस कंप्लेंट चाणक्यपुरी के डीसीपी को हम लोगों ने दिया था। ये दोनों अधिकारी थाना में ही हैं। ऐसा कभी नहीं हुआ की एक आपका कलीग है, कलीग के साथ अपने स्पेशल ब्रांच के अधिकारी को ड्यूटी पर लगाया हैं।
मेरा संदेह है कि शायद उनका (चंपई सोरेन) का फोन भी टैप हुआ होगा। जब दो अधिकारी को आपने डेप्लॉय किया हैं.. फाइव स्टार होटल में एक साथ रुकने और फ्लाइट में एक साथ आने के लिए फंडिंग किये हैं। तो यह कितना बड़ा मामला हो सकता हैं, आप समझ सकते हैं
दरअसल यह पूरी बात असम मुख्यमंत्री सह झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में कहीं। उन्होंने झारखंड की हेमंत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया हैं। जिसमें उन्होंने दावा करते हुये कहा कि हेमंत सरकार अपने ही जेएमएम कोटे से विधायक सह कैबिनेट मंत्री चंपाई सोरेन की जासूसी करवा रही हैं।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारो को बताया कि इस काम के लिए झारखंड स्पेशल ब्रांच के दो सब इंस्पेक्टर को लगाया गया। दिल्ली पुलिस ने दोनों को फिलहाल कस्टडी में रख पूछताछ कर रही हैं। दिल्ली पुलिस के सामने दोनों ने आईजी प्रभात कुमार का नाम लिया हैं। इस दौरान उन दोनों सब इंस्पेक्टर ने कबूल किया कि जासूसी कर रहे थे।