विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही कांग्रेस चुनावी तैयारियों में जुट गयी हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में रविवार को बैठक हुई। इस दौरान चुनावी जमीन और उनकी मजबूती तलाशने की कवायत दिनभर जारी रहा। दरअसल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने रांची सर्किट हाउस में बैक टू बैक आयोजित इन बैठको में शामिल हुये।
वहीं, सिटिंग सीट बचाने के साथ-साथ इससे अधिक सीटों पर जीतने को लेकर मंथन किया गया। बैठक में सभी ने इस बात पर भी समर्थन जताया कि कांग्रेस यानी इंडिया गठबंधन कॉमन मेनिफेस्टो बनाकर चुनावी मैदान में जनता के बीच जाये। इससे आम लोगों के बीच एक सकारात्मक मैसेज पहुंचेगा। पूर्व कृषि मंत्री सह विधायक बादल पत्रलेख ने कहा कि बैठक में सभी विधायकों को कॉमन मेनिफेस्टो के मद्देनजर सुझाव मांगे गये हैं। जो अपने-अपने स्तर से देगे।
वही, पार्टी सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बैठक में राहुल गांधी के झारखंड दौरे पर भी चर्चा की। जिसमें सभी कांग्रेसी विधायकों को अपने स्तर से तैयारियों में जुटने को कहा गया हैं। साथ ही इस बात पर जोर दिया गया है कि पहली प्राथमिकता सीटिंग सीटे बचाने की होनी चाहिए। जिससे जीते हुये विधायकों की जीत सुनिश्चित किया जा सकें। वहीं, इस बैठक में निजी कारणों की वजह से कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, विधायक अंबा प्रसाद और विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह शामिल नहीं हो सकी। हांलाकि उन्होंने प्रदेश स्तर पर संगठन से जुड़े पदाधिकारियों को इस बाबत जानकारी दे दी थी।
सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री इरफान अंसारी, विधायक राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगारी, बादल पत्रलेख, उमाशंकर अकेला, प्रदीप यादव, अनुप सिंह, भूषण बाड़ा, सोना राम सिंकू, रामचंद्र सिंह , विधायक शिल्पी नेहा तिर्की और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेतअन्य उपस्थित थे।