धनबाद सांसद ढुल्लू महतो ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की हैं। इस दौरान दिल्ली स्थित उनके आवास पर सांसद ढुल्लू महतो ने धनबाद से जुड़े हाल के दिनों में घटी घटनाक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक गृह मंत्री अमित शाह को अवगत कराया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की शिकायत की हैं। जिसमें धनबाद लोकसभा में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के साथ ही उनके गतिविधियों से भी अमित शाह को रु-ब-रु कराया हैं। इस दौरान सांसद ने गृह मंत्री से इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तक की मांग कर डाली। इसके साथ ही अब सांसद ढुल्लू महतो और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चल रही कोल्डवार दिल्ली शिफ्ट हो चुकी हैं।
सांसद ने सोशल मीडिया पर तस्वीर किया पोस्ट…..
सांसद ढुल्लू महतो ने सोशल मीडिया पर गृह मंत्री से मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की हैं। जिसमें ढुल्लू महतो हल्के हरे रंग की बंडी और सफेद रंग का कुर्ता पजामा पहने हुये हैं। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को धनबाद में प्रशासन के काम करने की शैली,अपराधियों को संरक्षण, विपक्ष के सांसद के साथ दुर्व्यवहार जिसमें वे खुद पीड़ित है, उन सभी मुद्दों से अवगत कराया हैं। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने सांसद और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुये घटना को गंभीरतापूर्वक लिया हैं। इस मसले पर जल्द ही उचित कार्रवाई किये जाने का उन्होंने आश्वासन भी सांसद को दिया हैं।
क्या है मामला…..
बोकारो जिले के हरला थाना क्षेत्र में 18 जुलाई को अपराधियों ने शंकर रवानी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात को बाइक सवार अपराधियों ने अंजाम दिया था। घटना के बाद बोकारो सांसद ढुल्लू महतो वहां पहुंचे थे। जिसके बाद सांसद ने जिला के एसपी पूज्य प्रकाश और डीजीपी से फोन पर बात की। जिसका विडियो तेजी से वायरल भी हुआ था।
ज्ञात हो कि इस घटना से 15 दिन पहले भी शंकर रवानी पर अज्ञात अपराधियों ने गोली चलायी थीं। जिसमें उसके पैर और पीठ में गोली लगी थी। इसमें वह घायल हुआ था। जिसके बाद इस मामले में खुद सांसद ढुल्लू महतो ने एसपी को फोन लगाकर उसके जान को खतरा हैं उचित जांच करने की बात कही थीं। इसके बावजूद एक बार फिर 18 जुलाई को अपराधियों ने शंकर रवानी पर फायरिंग की। जिसमें उसकी मौत हो गयी।
वहीं, एक बैठक में ढुल्लू महतो ने इस मामले को उठाया था। इस दौरान सांसद से एसपी और डीसी की बहस हुई थीं। जिसमें डीसी विजया जाधव ने हस्तक्षेप कर सांसद ढुल्लू के व्यवहार पर आपत्ति जताई थीं। डीसी ने कहा था कि अधिकारियों को हतोत्साहित करने का किसी को कोई अधिकार नहीं हैं। यह बैठक हत्या कांड से जुड़े मामले पर नहीं हैं। विषय को भटकाया नहीं जाये। जिसके बाद डीसी विजया जाधव ने अधिकारियों को हतोत्साहित समेत अन्य बातें कह डाली। और सांसद को व्यवहार सीखने का पाठ पढ़ाया। इनके साथ एसपी ने भी सांसद को नैतिकता और कानूनी प्रक्रिया की नसीहत दे डाली। यहीं से यह मामला दिल्ली तक जा पहुंचा। जिसको गृह मंत्री ने गंभीरतापूर्वक लिया हैं।