गोड्डा से बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की गयी है। निशिकांत दुबे ने नामांकन के दौरान सौंपे गए शपथ पत्र में अभिषेक झा से एक करोड़ लोन लिए जाने का जिक्र किया था, जो अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे और अभिषेक झा के बीच पैसो की लेन-देन पर सोमवार को कांग्रेस और जेएमएम के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से इस बाबत जांच कर दोनों उम्मीदवारों के नामांकन को रद्द करने की मांग उठायी है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को शिकायत पत्र सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से अभिषेक झा ने लोन नहीं देने और इसके साथ ही शपथ पत्र में भी इस बात का उनके ओर से जिक्र नहीं किया गया है। यह बड़ा सवाल है। यदि यह काला धन है तो ईडी और सीबीआई को इसपर संज्ञान लेकर कर्रवाई करनी चाहिए। यदि सफेद धन है तो इसका जिक्र शपथ पत्र में क्यों नहीं किया गया है। अगर निशिकांत दुबे की ही बात मान ली जाए, तो यदि अभिषेक झा से लोन लिए हैं, तो चेक के माध्यम से लिए होगे। या इसका जिक्र कैश को लेकर होना चाहिए था। पर ऐसे नहीं है। इसलिए आज हम लोग चुनाव आयोग से जांच कर जरूर कर्रवाई करने की बात कहीं है।