लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में राजनीतिक उथल-पुथल देखा जा रहा है। दरअसल नायब सैनी हरियाणा सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों ने नाराज होकर अपना समर्थन वापस ले लिया है। जिसके बाद इस विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन करने का ऐलान किया है। तीनों निर्दलीय विधायक एक साथ प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपने समर्थन वापसी का ऐलान करते है। जिसके बाद से हरियाणा सरकार अब अल्पमत में आ गई है। वहीं, रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालात बीजेपी के खिलाफ बन गए हैं। अब बदलाव निश्चित है। बीजेपी सरकार अल्पमत में आ गई है। इन्होंने 48 विधायकों की सूची दी है, जिनमें से कुछ विधायकों ने इस्तीफे दिया हुआ है। क्योंकि ये सभी लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
हरियाणा में दो महीने पहले हुआ था नेतृत्व परिवर्तन
दरअसल यह सब ऐसे वक्त पर हुआ है जब हरियाणा में लगभग दो महीने पहले ही नेतृत्व परिवर्तन हुआ था। जिसके बाद नायब सैनी को हरियाणाा का कमान सौंपा गया था। वहीं, सरकार से निर्दलीय पुंडरी के विधायक रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर और चरखी दादरी के विधायक सोमवीर सांगवान ने अपना समर्थन वापस ले लिया है। हरियाणा के रोहतक में इन तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी सरकार से समर्थन वापसी को लेकर घोषणा की है। जिसके बाद इन विधायकों ने कांग्रेस को अपना समर्थन देने का भी ऐलान कर दिया। धर्मपाल गोंदर ने पत्रकारों से कहा कि हमने किसानों समेत अन्य मुद्दों को लेकर यह निर्णय लिया है। वहीं, तीन विधायकों के समर्थन वापस लेने से नायब सैनी सरकार अल्पमत में आ गई है।
हरियाणा विधानसभा संख्याबल
मौजूदा विधायक- 88
बहुमत के लिए- 45 विधायक
सरकार के पास- 43 विधायक
राजनीतिक दल के आकड़े
बीजेपी- 40
कांग्रेस- 30
जेजेपी- 10
निर्दलीय- 6