बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर रेट को बढ़ाया है। इसके वजह से ग्राहकों को झटका गया है। इस फैसले के बाद अब ब्याज दर में बढ़ोतरी हुई है। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा गया था। जिसके बाद भी अब बैंक की ओर से ब्याज दर में बढ़ोतरी हुई है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने 12 अप्रैल 2024 से अपने मार्जिनल कॉस्ट फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर )को 4 टेन्योर में 0.05 फीसदी तक बढ़ाया है। अब नई दरें लागू होने के साथ ही एमसीएलआर 8.10 फीसदी है, जो पहले 8.05 फीसदी था। जिसके बाद अब 3 महीने की एमसीएलआर 8.45 फीसदी तक पहुंच चुकी है।
वही, इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी मार्जिन कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को बढ़ाया है। एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार सरकारी बैंक एमसीएलआर में 0.05 से 0.10 फीसदी तक की बढ़ोतरी करेगी। बैंक की ओर से कहा गया कि सोमवार से नए एमसीएलआर रेट लागू हो जाएगे।
जाने क्या होता है एमसीएलआर
एमसीएलआर दर का मतलब यह वह न्यूनतम दर है जिसके नीचे कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता है। यानी इस रेट के नीचे बैंक ग्राहकों को लोन की सुविधा उपलब्ध नहीं कर सकती है। बैंकों को एमसीएलआर जारी करना जरुरी होता है। एमसीएलआर बढ़ना यानी मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े लोन का महंगा होना। मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े लोन जैसे होम लोन, व्हीकल लोन पर ब्याज दरें अब बढ़ जाएगी। अहम बात यह है कि एमसीएलआर रेट बढ़ने पर लोन पर ब्याज दरें तुरंत नहीं बढ़ती हैं। लोन लेने वालों की ईएमआई रीसेट डेट पर ही बदवाल होता या आगे बढ़ती है।