कोल लिंकेज घोटाले से प्राप्त राशि का मनी लाउंड्रिंग करने के आरोप में जेल में बंद हजारीबाग के चर्चित कोयला कारोबारी इजहार अंसारी समेत तीन पर ईडी ने जांच पूरी करते हुए पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इससे जेल में बंद आरोपी की मुश्किलें बढ़ गई है। दाखिल चार्जशीट में इजहार अंसारी के साथ मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज के साझेदार इश्तियाक अहमद और राजहंस इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है। ईडी ने इजहार अंसारी को 16 जनवरी को गिरफ्तार किया है। तब से वह जेल में है। उस पर जेएसएसडीसी से सब्सिडी पर आवंटित 86 हजार टन कोयले को बाहर की मंडी में अवैध तरीके से बेचकर 71 करोड़ रुपए से अधिक की रकम का मनी लाउंड्रिंग करने का आरोप पाया गया है। ईडी ने प्रोसिड ऑफ क्राइम से अर्जित आय करने के आरोप को सही पाया है।
क्या है आरोप :
इजहार अंसारी ने 13 एमएसएमई कंपनियों के लिए अक्तूबर 2018 से मार्च 2023 के बीच 86568.22 टन कोयले की खरीद सब्सिडी रेट में की। 29 करोड़ 50 लाख 36 हजार 622 रुपए का भुगतान किया। जबकि इसे बाहर की मंडी में बिक्री 71 करोड़ 32 लाख 28 हजार 759 रुपए में की गई। अवैध कमाई का कमीशन संबंधित विभाग के अफसरों व बड़े नेताओं को दिया गया। ईडी ने प्रॉसिड ऑफ क्राइम से अर्जित 3.58 करोड़ रुपए की बरामदगी मार्च 2023 की छापेमारी में हुई थी। इजहार अंसारी ने कोयला बाहर की मंडी में बेचने के लिए सीसीएल, बीसीसीएल व जेएसएमडीसी के अवैध चालान का इस्तेमाल किया। कोयले की ढुलाई ट्रकों से की गई, लेकिन चालान की पड़ताल करने पर यह दोपहिया वाहनों के भी निकले। इसके साथ ही ट्रक के मूवमेंट रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ किए जाने का खुलासा भी ईडी की जांच में सामने आई है।