मेदिनीनगर , पलामू जिला अंतर्गत बिश्रामपुर में नर्तकी के साथ हुए सामुहिक दुष्कर्म के मामले में झालसा ने संज्ञान लिया है। इसके साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकार पलामू को इस मामले में पीड़िता को हर संभव सरकारी मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है। पलामू के प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश नीरज कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर डालसा के सचिव अर्पित श्रीवास्तव ने गुरुवार को दुष्कर्म पीड़िता से मिलकर जिला प्रशासन के सहयोग से सखी वन स्टॉप सेंटर में पीड़िता को शिफ्ट कराया। इसके साथ ही पीड़िता के देख रेख के लिए एक महिला कर्मी को लगाया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अर्पित श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस अधीक्षक पलामू को सूचित किया गया है कि उसकी उचित सुरक्षा की व्यवस्था की जाए । पीड़िता को आरोपी से भय बना हुआ है । उन्होंने कहा कि सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता को तत्काल सहायता के रूप में कपड़ा, चप्पल ,सैंडल ,मच्छरदानी बेडशीट ,राशन समेत अन्य सामग्री उपलब्ध कराया गया है । इसके अलावा पीएलभी की सहायता से पीड़िता द्वारा पीड़ित प्रतिकर के तहत आवेदन किया गया है। जिस पर जल्द कार्रवाई कर पीड़ित प्रतिकर की राशि दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
विदित हो कि दुष्कर्म पीड़िता छत्तीसगढ़ की रहने वाली है। और वह अपने परिवार की एक मात्र कमाऊ सदस्य है। पीड़िता दसवीं की छात्रा है। उसकी परीक्षा अप्रैल में आयोजित होने वाली है। पीड़िता पेट पालने के लिए आर्केस्ट्रा में डांसर का काम करती थी। इसी दौरान विश्रामपुर में पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना की खबर जैसे ही अखबार में छपी झालसा ने इसपर संज्ञान लेते हुए डालसा पलामू को इस मामले में पीड़िता को हर संभव मदद करने का निर्देश दिया था। जिसके आलोक में पलामू के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश नीरज कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर डालसा सचिव अर्पित श्रीवास्तव गुरुवार को सखी वन स्टॉप सेंटर में पहुंचकर पीड़िता से मिले और उसे रहने ,खाने पीने, सुरक्षा व स्वास्थ्य के देख भाल का व्यवस्था कराया गया हैं।