झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा 29 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस दिन हाईकोर्ट में अवकाश रहने के कारण चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा को गुरुवार 21 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने को लेकर उन्हें विदाई दी गई। इस अवसर पर झारखंड हाई कोर्ट के महाधिवक्ता कार्यालय की ओर से विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चीफ जस्टिस ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे बाद अब भाई चंद्रशेखर, भाई सुजीत नारायण प्रसाद और भाई रंगन मुखोपाध्याय इस बार और बेंच के आपस में समन्वय की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे। इस मौके पर झारखंड हाई कोर्ट के सीनियर जस्टिस एस चंद्रशेखर ने कहा कि चीफ जस्टिस का कार्यकाल बहुत ही बढ़िया कार्यकाल रहा है। इसे काफी लंबे समय तक याद किया जाएगा। इन्हीं के कार्यकाल में हम लोग पुराने भवन से नए भवन में शिफ्ट हुए हैं। नए भवन शिफ्ट होने में इनका अहम योगदान है। जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा कि हमें इनके साथ दो हाईकोर्ट में कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैंने उड़ीसा हाई कोर्ट में भी इनके साथ काम किया। जस्टिस रंजन मुखोपाध्याय ने कहा कि इनका कार्यकाल बहुत ही अच्छा कार्यकाल रहा। उनके समय में बार और बेंच का संबंध सबसे अच्छा रहा है। इनके कार्यकाल से हम लोगों को कई बातें सीखने की मौका मिला है। महाधिवक्ता ने कहा कि चीफ जस्टिस ने सरकार से अच्छा संबंध बना रहा। जिसके कारण नए भवन में शिफ्ट होने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि चीफ जस्टिस पहले व्यक्ति हैं जिन्हें महाधिवक्ता कार्यालय की ओर से विदाई समारोह आयोजित कर विदाई दिया गया है। इस अवसर पर झारखंड हाई कोर्ट के सभी न्यायाधीश, महाधिवक्ता सहित महाधिवक्ता कार्यालय के सभी अपर महाधिवक्ता एवं अन्य सरकारी अधिवक्ता रजिस्ट्री के न्यायिक पदाधिकारी एवं अधिवक्ता धीरज कुमार सहित कई अन्य विद्वान अधिवक्ता उपस्थित थे।