जो जवाब दाखिल किया गया है वह केवल अदालत को गुमराह करने के लिए
झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत में बुधवार को कोडरमा के कारोबारी अर्जुन साव की हत्या की निष्पक्ष जांच को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने सीआईडी द्वारा दाखिल शपथपत्र पर सवाल उठाया। अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि जांच करनेवाली सीआईडी कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है। सीआईडी द्वारा दाखिल किया गया जवाब केवल अदालत को गुमराह करने के लिए हैं। अपना जवाब दाखिल करने के कई मौके दिये जाने के बावजूद भी सीआइडी की ओर से दाखिल जवाब में सही तथ्य नहीं बताये जा रहे हैं। प्रार्थी के अधिवक्ता द्वारा मृतक अर्जुन साव की दो तस्वीरें अदालत में पेश की गयीं। साथ ही यह भी बताया गया कि एक गवाह ने इस बात की पुष्टि की है कि मृतक अर्जुन के साथ पुलिस ने क्रूरता की है। कोर्ट ने प्रार्थी को पूरक शपथ पत्र दाखिल करने का निर्देश देते हुए गवाह के स्टेटमेंट एवं मृतक के फोटोग्राफ्स जिसे उन्होंने कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया है। उसे कोर्ट के रिकॉर्ड पर लाने का निर्देश दिया है। साथ ही इसकी प्रति राज्य सरकार को भी मुहैया कराने को कहा है। अगली सुनवाई 4 अक्टूबर को निर्धारित की गयी है।