झारखंड कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की पत्नी प्रीति कुमारी अब ईडी के रडार पर है। दरअसल पूरा मामला जमीन खरीदने से जुड़ा हुआ है। ईडी ने बड़गाई सीओ से प्रीति कुमारी से जुड़ी जमीन संबंधित कागजात उपलब्ध कराने के लिए कहा था। जिसके बाद सीओ ने ईडी को पूरे कागजात उपलब्ध करा दिया हैं। सूत्रों के अनुसार बड़गाई सीओ के उपलब्ध कराए गए कागजातों के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। जिसको लेकर ईडी ने पूरी तैयारी कर ली है। बताते चले कि आईएएस की पत्नी की खरीदी हुई जमीन की परचेजर डॉ नलिनी रंजन सिन्हा और उषा सिन्हा थीं। जिसके बाद प्रीति कुमारी और टीएम ठाकुर ने जमीन को खरीद लिया। इस दौरान टीएम ठाकुर ने जमीन का सरेंडर रजिस्टर डीड के जरिए कर दिया। इस जमीन को एक करोड़ में खरीदा गया था, जबकि जमीन की कीमत कई गुणा अधिक आंकी गई है। उसी जमीन पर अस्पताल निर्माण भी कराया गया है। बताते चले कि 13 अप्रैल को ईडी ने बड़गाई अंचल के तत्कालीन उप राजस्व निरीक्षक भानू प्रताप प्रसाद के यहां छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी की टीम को भानू के घर से अंचल के कई दस्तावेज मिले थे। इसके साथ ही उसके मोबाइल में जमीन से जुड़े में भी कई अहम जानकारियां भी मिली थी। जिसको आधार बनाकर ईडी पूरे मामले पर जांच कर रही है। वही, इस मामले में रांची डीसी के आदेश पर बड़गाई अंचल के सीओ मनोज कुमार ने सदर थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी। इस मामले में ईडी ईसीआईआर ( Enforcement Case Information Report )दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।
गलत तरीके से जमीन खरीदने का है मामला
यह पूरा मामला रांची बड़गाई अंचल के खाता संख्या 54, प्लॉट नंबर 2711 की 12 कट्ठा जमीन से जुड़ा हुआ है। इस मामले में ईडी को सूचना है कि जमीन गलत तरीके से खरीदी गई है। इसके साथ ही जमीन की खरीद बाजार मूल्य से बहुत ही कम दर पर की गयी है। मामले में शिकायत मिलने के बाद ईडी ने बड़गाईं अंचल को पत्र लिखाकर बड़गाईं अंचल के खाता संख्या 54, प्लाट 2711 की 12 कट्ठा जमीन का ब्योरा मांगा था। ईडी को शिकायत मिली थी कि जमीन की प्रकृति बदल कर इसको खरीदा गया है। उसके बाद ही उस जमीन पर बर्लिन अस्पताल का निर्माण कराया गया।