रांची सिविल कोर्ट में 91 हजार से अधिक वादों का हुआ निष्पादन, जिसमें 522 करोड़ से अधिक का हुआ सेटलमेंट
झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यपालक अध्यक्ष के निर्देश पर राजभर के सिविल कोर्ट में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 7 लाख 9 हजार 130 से अधिक मामलों का निष्पादन हुआ। साथ ही मौके पर 522.44 करोड़ से अधिक राशि का सेटलमेंट हुआ. राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन रांची सिविल कोर्ट परिसर में लगी। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 91 हजार से अधिक वादों का निष्पादन किया गया एवं 123 करोड़ से अधिक रूपयों की समझौता राशि की वसूली विभिन्न वादों में किया गया, जिसमें प्रीलिटिगेशन एवं लिटिगेशन के वादों का निष्पादन सम्मिलित है। राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन के अवसर पर 6 लाख 38 हजार से अधिक बेनिफिशियरिस को विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ दिलाया गया, उन्हें लगभग 174 करोड़ से अधिक राशि की योजनओं का लाभ लाभुकों को दिया गया।
35 पीड़ितों के बीच 65 लख रुपए का वितरण किया गया। जिसमें 638000 से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ दिया गया। रांची सिविल कोर्ट में आयोजित लोक अदालत में झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस एस चंद्रशेखर के साथ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद एवं जस्टिस नवनीत कुमार पहुंचे । इन लोगों ने सिविल कोर्ट परिसर का मुआयना किया। साथ ही सिविल कोर्ट परिसर में हाल ही में बना डिस्पेंसरी का भी जायजा लिया। उम्मीद है कि जल्द ही डिस्पेंसरी का शुभारम अब होगा। इधर राष्ट्रीय लोक अदालत में तीनों जजों ने मिलकर 65 करोड़ 45 लाख का चेक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सोपा। साथ ही पीड़ितों को भी मुआवजा की राशि चेक के माध्यम से सोपा गया ।पीड़ितों से पीड़ित मुआवजा राशि का सही इस्तेमाल करने को कहा ताकि उनके बच्चों का भविष्य सुधर सकें। इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन सिविल कोर्ट के न्यायुक्त एके राय , फैमिली कोर्ट जज ऋषिकेश कुमार जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही एवं अन्य संयुक्त रूप से किया। निष्पादित मामलों में प्री लिटिगेशन एंड लिटिगेशन दोनों तरह के मामले शामिल हैं। मौके पर जिला विधिक प्राधिकार के सचिव राकेश रंजन एवं न्यायिक पदाधिकारी मौजूद थे।