असिस्टेंट प्रोफेसर समीर कुमार की मौत से परिजन टूट गए है। इस मामले को लेकर असिस्टेंट प्रोफेसर के परिजनों ने गुरुवार को राजभवन के सामने शव के साथ प्रदर्शन पर बैठक गए है। परिजन के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर समीर कुमार की मौत नहीं हत्या हुई है। इसी मांग को लेकर उनके परिजन राज्यपाल से मिलने की गुहार लगा रहे है। इसके साथ ही सीबीआई जांच की मांग भी शामिल है। बोकारो के रहने वाले समीर तमिलनाडु के कोयंबटूर के करुणा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी साइंसेज डीम्ड यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में पदस्थापित थे। समीर के पिता विवेक आनंद ने बताया कि शिक्षक दिवस के दिन सुबह में हॉस्टल के कमरे से समीर का शव संदिग्ध हालत में पाया गया।
समीर के परिजानों ने बताया कि हॉस्टल वार्डन की ड्यूटी मिलती थी। इस कारण परिजन आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि उसकी हत्या करके उसे खुदकुशी का रूप देने की कोशिश की गई है। इसके साथ ही असिस्टेंट प्रोफेसर के परिजनों ने डीम्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कई छात्रों पर कॉलेज के अंदर ड्रग्स और नशे का सेवन करने का आरोप भी लगाया है। समीर की मौत को लेकर परिजन संस्थान के छात्रों पर ही आरोप लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि छात्रों द्वारा नशे का सेवन संस्थान में किया जाता था। जो समीर नापसंद करता था। इसकी शिकायत उसने संस्थान के वरीय अधिकारियों से भी की थी। जिससे छात्र की समीर से दूरियां बना गयीं और बदला लेने की नीयत से समीर की हत्या कर उसे खुदकुशी का रूप देने की कोशिश की गयी है। वही, समीर कुमार का शव रांची लाये जाने के बाद परिजन राजभवन के पास शव रखकर उनकी संदिग्ध मौत की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।