बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर कैप्शन में लिखा है कि वो शादी अपनी ही जाति में करेंगे। लेकिन जातिवादी नहीं कहलाएंगे। जातीय सेना भी बनाएगे, जातीय सम्मेलन आयोजित करेंगे, लेकिन अपनी जाति नहीं गिनवाएंगे। यह चरित्र समाज के लिए ठीक नहीं है। हम लोग दूसरी जाति व धर्म में शादी करते है। किसी जातीय सम्मेलन में नहीं जाते, समता और सामाजिक न्याय की बात करते है, उन्ही पर जातिवादी का आरोप लगता है। आप लोग ही बताइए ये लोग शादी अपनी जाति में करते हैं, करते हैं कि नहीं करते…. लेकिन ये फिर भी जातिवादी नहीं हैं। इनको शादी करनी है अपनी जाति में, लेकिन अपनी ही जाति की गिनती नहीं करानी है…. क्यों भाई? किस बात का डर है? इसके बाद डिप्टी सीएम यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि हम लोग अगर शादी दूसरी जाति या दूसरे धर्म में करें तो, हम लोग जो है जातिवादी कहलाते हैं। हम लोग सबकी बराबरी की बात करें, सबका मान-सम्मान हो, ऊंच-नीच खत्म करने की बात करें तो लोग जातिवादी कहलाते हैं। अब यह डिजाइन हम सभी लोग समझ रहे हैं, नहीं चलेगा ।