झारखंड में मनी लांड्रिग और जमीन घोटाले की चल रही जांच में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। मंगलवार को सुबह से ही ईडी दफ्तर की गितिविधी बढ़ी हुई थी। दोपहर बाद ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर राजधानी से बड़ी खबर है, प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम हेमंत सोरेन को दूसरा समन जारी करते हुए पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया है।
कैसे आए सीएम ईडी की नजर में: 6 मई 2022 को ईडी ने मनरेगा घोटाले में राज्य की तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी को 19.41 करोड़ मिले थे। जांच के बाद ईडी ने बताया था कि जब्त पैसों में अधिकांश राशि राज्य के बड़े राजनीतिज्ञों और नौकरशाहों की है। इसके बाद आठ जुलाई 2022 को ईडी ने अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस मामले में ईडी ने 19 जुलाई 2022 को पंकज मिश्रा को मास्टरमाइंड बताते हुए गिरफ्तार किया था।
जिसके बाद में ईडी ने 25 अगस्त को सत्ता के गलियारे में चर्चित रहे प्रेम प्रकाश, सीए जे जयपुरिया के ठिकानें पर छापेमारी की। इस दौरान प्रेम के यहां से सीएम हाउस में तैनात दो सिपाहियों की एके 47 और 60 कारतूस बरामद किए थे, जबकि जयपुरियार के यहां से संपत्ति और निवेश से जुड़े कच्चे कागजात व फाइलें बरामद की गई थीं। वहीं रवि केजरीवाल ने एजेंसी को जो बयान दिया था, उसमें हेमंत सोरेन का जिक्र किया गया था, बाद में रवि केजरीवाल के बयान के सत्यापन में भी कई चीजें ईडी की जानकारी में आयी थीं। जिसके बाद सीएम को ईडी ने पहली बार 1 नवंबर 2022 को समन भेज 3 नवंबर को हाजिर होने को कहा था। उस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्र भेजकर ईडी से समय मांग लिया था, लेकिन उसके बाद ईडी ने सीएम को दोबारा समन भेजा और फिर 17 नवम्बर 2022 को सीएम ईडी दफ्तर में हाजिर हुए थे। पिछली बार सीएम हेमंत सोरेन को अवैध खनन मामले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने अपने दफ्तर बुलाया था। 17 नवंबर को सीएम हेमंत सोरेन से करीब नौ घंटे तक पूछताछ हुई थी। उस दिन हेमंत सोरेन अपने भाई बसंत सोरेन के साथ दोपहर करीब 12 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। दिनभर चली मुलाकात के बाद करीब 9 बजे कल्पना सोरेन ईडी दफ्तर पहुंची और उन्हें अपने साथ लेकर घर गईं।
ईडी की छापेमारी के बारे में तब सीएम हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया था कि यह सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है। उन्होंने ये भी आरो लगाया था कि जब से सरकार बनी है तब से उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यहां तक कहा था कि सत्तापक्ष के विधायकों के घर ही छापेमारी होती है। उन्होंने राज्यपाल पर भी राजनीति संरक्षण देने की बात कही थी। तब पूछताछ के लिए ईडी की पटना और दिल्ली कार्यालय से वरिष्ठ अधिकारी रांची पहुंचे थे, सीएम से पूछताछ को लेकर राजभवन और BJP ऑफिस में भी सुरक्षा सख्त कर दी गई थी।
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