रांची पुलिस ने नगड़ी में हुये दोहरे हत्याकांड मामले का उद्भेदन कर दिया हैं। दरअसल बीते मंगलवार को नगड़ी के कतरपा गांव में मनोज और बुधराम की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस दोहरे हत्याकांड में सेना का हथियार एके 47 राइफल का इस्तेमाल किया गया था।
इस मामले में रांची पुलिस ने सेना के जवान मनोहर टोपनो और सुनील कच्छप को गिरफ्तार किया हैं। यह जानकारी डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर पत्रकारों को दी हैं।
उन्होंने बताया कि स्पेशल टीम ने कांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार सेना का जवान मनोहर टोपनो की पोस्टिंग कश्मीर के कुपवाड़ा में हैं। जवान मनोहर ने हत्या करने के मकसद से अपने कैंप से एके 47 चुराया था। जिसे सुनिल कच्छप की सहायता से बस के माध्यम से कुकवाड़ा से रांची लाया गया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल एके 47 राइफल को बरामद कर लिया हैं। उसे (मनोहर) को एके 47 की टेक्निकल नॉलेज थी। जिसका उसने फायदा उठाया।
पुलिस से बचने केे लिए हत्या के दौरान सेना के जवान मनोहर टोपनो ने एके 47 के एजेक्टर के पास एक जाली लगा रखी थी। जिसके वजह से खोखा जाली में रह गया। इस कारण जांच के दौरान पुलिस टीम को घटनास्थल पर एक भी खोखा नहीं मिला था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद मनोहर ने इटकी के जंगल में एके 47 राइफल को जमीन में गाड़ दिया।
डीआईजी सह एसएसपी ने बताया कि पूरा मामला 36 डिसमील जमीन विवाद से जुड़ा हुआ हैं। सेना का जवान मनोहर टोपनो ने मृतक बुधराम के बड़े भाई भानिचरा मुंडा से 36 डिसमील जमीन खरीदने को लेकर सौंदा तय किया था। जहां साल 2015-2016 में चार लाख रुपये की लेन देन भी हुयी थी। लेकिन जमीन रजिस्ट्री से पहले ही बुधराम के बड़े भाई भानिचरा मुंडा की मौत हो गयी। जिसके बाद तय सौंदे से बुधराम पीछे हटने लगा। रजिस्ट्ररी करने के लिए उसे जब भी बुलाया जाता वह जाने से इंकार कर देता था।
हां ना हां ना करते करते साल दर साल गुजरते रहे। हांलाकि बुधराम की पत्नी समेत अन्य घर के लोग जमीन देने के लिए राजी थे। बुधराम के इस व्यवहार से आरोपी जवान मनोहर टोपनो गुस्सा था। जिसके बाद जवान ने 2024 में बुधराम की हत्या की साजिश रची दी। बुधराम की हत्या से पहले उसकी रेकी की गयी। जहां 4 फरवरी 2025 को दोहरे हत्याकांड की घटना को अंजाम दी गया। और राइफल से मनोज व बुधराम को मौत के घाट उतार दिया गया।